अध्यात्मयोगी न्यायतीर्थ परम पूज्य श्री 105 क्षु. मनोहरजी वर्णी सहजानंद महाराज

श्री सहजानंद वर्णी

 

श्री सहजानंद वर्णी

    अध्यात्मयोगी न्यायतीर्थ परम पूज्य श्री 105 क्षु. मनोहर जी वर्णी सहजानंद महाराज ने लगभग 500 ग्रंथो की रचना की, श्री सहजानंद शास्त्र माला की स्थापना की, प्रवचन प्रकाशनी संस्था की स्थापना की, उत्तर प्रांतीय गुरुकुल हस्तिनापुर की स्थापना व अन्य अनेक शिक्षण संस्थाओं के स्थापना के प्रणेता हैं.


     हमारा ये प्रयास है की उनके द्वारा समाज को एक नयी दिशा देने वाले अमर ग्रंथों को इन्टरनेट के माध्यम से सर्व समाज के लिए उपलब्ध कराएँ जिससे की सभी पाठक अपने जीवन स्तर को उच्च बना सकें...